कल 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है सम्पूर्ण विश्व में योग को पहुँचाने में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भूमिका बड़ी ही महत्वपूर्ण है साथ ही योग गुरु बाबा रामदेव जी का योगदान भी अतुलनीय है वैसे योग भारत देश में प्राचीन काल से ही प्रचलित रहा है तब लोग स्वस्थ रहने के लिए नित्य योग, प्राणायाम, आयुर्वेद आदि का सहारा लिया करते थे
हमारे देश में ऐसे कई ऋषि मुनि महात्मा हुए है जिन्होंने योग कि जन-जन तक पहुँचाया और देश-विदेश में भी प्रचलित किया उनमे महर्षि जाबालि जी, तिरुमलई कृष्णामाचार्य जी, स्वामी शिवानंद जी, आचार्य बी के एस आयंगर जी, के. पट्टभि जॉयस जी, महर्षि महेश योगी जी, परमहंस योगानंद जी, जग्गी वासुदेव जी, श्री श्री रवि शंकर जी, बाबा रामदेव जी, बिक्रम चौधरी जी, आचार्य रजनीश ओशो जी आदि कई योगाचार्य हुए है
इन योगाचार्यों में से ऋषि जाबालि, आचार्य रजनीश ओशो, महर्षि महेश योगी जी की तपोभूमि जबलपुर भी रहा है
ऋषि जाबालि – जिनके नाम से जबलपुर को जाना जाता है
ऋषि जाबालि के नाम से जबलपुर शहर का नाम है इतिहास जानकारों के अनुसार ऋषि जाबालि ने नर्मदा नाती के तट पर ध्यान और योग करते हुए कई वर्ष बिताये है अपने योग, ध्यान और चेतना का कारण ही उन्होंने जबलपुर जैसी तपोभूमि को बसाहट दी
आचार्य रजनीश ‘ओशो’ – विचारों के मन में बसे ओशो
दुनिया भर में दर्शन और विचारों कि जाग्रति जगाने वाले आचार्य ओशो रजनीश जबलपुर की योगभूमि को भी पावन बना चुके है उनका दर्शन दुनिया में छाने वाला है, जिसे बड़ी हस्तियाँ भी अपना चुकी है ओशो ने दर्शन से सभी कि जोड़ने का काम किया है
महर्षि महेश योगी – जिन्होंने जगाई योग साधना
महर्षि महेश योगी योग तपस्वी रहे है जबलपुर में आपने योग कि कई साधनाएं की है जिसके कारण शहर भी प्रसिद्ध हुआ महर्षि महेश योगी शिक्षा की अलख वाले भी थे इसलिए शिक्षण संस्थानों में आज भी योग प्रमुखता दी जाती है
आपका अपना
अजय विश्नोई